नई दिल्ली. संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार है। एक ओर जहां सरकार 2 वित्त विधेयक सहित 31 विधेयक पारित कराने की तौयारी में है वहीं विपक्ष ने भी कमर कस ली है। विपक्ष कोविड, महंगाई, किसान आंदोलन, राफेल डील पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
सोनिया की रणनीति
इधर सत्र से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के संसदीय सदस्यों का फिर से गठन किया है। इसमें उन नेताओं को भी जगह दी गई है जिन्होंने पिछले साल एक चिठ्ठी के जरिए बगावती तेवर अख्तियार करते हुए पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। ‘जी-23’ नेताओं के कई नेताओं को इस फेरबदल में शामिल किया गया है।
‘जी -23’ के असंतुष्ट नेताओं में से शशि थरूर और मनीष तिवारी को लोकसभा में सात सदस्यीय समूह का हिस्सा बनाया गया है।राज्यसभा सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे को इसमें शामिल किया गया है, जबकि आनंद शर्मा को उपनेता बनाया गया है। इस बार सबसे ज्यादा हंगामा किसान आंदोलन के मुद्दे पर हो सकता है। नाराज किसानों ने संसद कूच का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी विपक्षी दलों के सांसदों के लिए पीपुल्स व्हिप जारी किया है। सांसद कूच को लेकर पुलिस और किसानों नेताओं के बीच बातचीत बेनतीजा रही है।