जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखे मूंदी
सिटी टुडे। सेवढा जिला दतिया में प्रकृति का प्रकोप कहें या मानवता की भूल कि जो सिंध नदी पर सेवढ़ा में बना हुआ पुल टूट गया था वहीं दूसरी ओर सिंध नदी पर ही बना हुआ एक और पुल जो लहार भिण्ड मार्ग पर पररायनच गाँव के निकट बना है, उस पुल का भी अस्तित्व खतरे में बना हुआ है वजह है अवैध रेत उत्खनन जो अपने पूरे चरम पर है जो इस पुल को भी खोखला करने में लगा हुआ है। लहार से भिण्ड रोड पर बने इस पुल से रोजाना जनसाधारण के अतिरिक्त शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों का आना जाना रहता है लेकिन पुल के ऊपर से निकलते समय इन अधिकारियों की स्थिति धृतराष्ट्र जैसी हो जाती है जो इनको पुल पर निकलते समय अंधा बना देती है। जब हम पुल पर पहुंचे तो पाया कि ठीक इस पुल के नीचे और पुल के दोनों ओर सैकड़ो ट्रको की लाइन लगी थी और पुल के नीचे ही एक तरफ पनडुब्बी रेत का दोहन कर रही थी और दूसरी तरफ एलएनटी चेन मशीन रेत को खोदने और ट्रकों को भरने में लगी हुई थी पुल पर दस मिनट रुका तो देखा अधिकारियों की गाड़ियां सरपट निकल रही थी जिन्हें शायद पुल के नीचे स्पष्ट दिखाई देने वाला अवैध उत्खनन दिख ही नहीं रहा। माफियाओं ने यहां पुल के नीचे रास्ता बनाकर ट्रको को पूर्ण सुविधा से निकाला जा रहा था लेकिन किसी भी अधिकारी उस तरफ नही जा रही है। पुल के ठीक नीचे रेत खनन पुल को खोखला कर रहा है,ऐसा लग रहा है जैसे पुल को धरासाई करने की कार्यप्रणाली चल रही हो।