अंबरनाथ. मुंबई से सटे अंबरनाथ पश्चिम के मोहनपुरम में स्थित गुरुकुल ग्रैंड यूनियन हाई स्कूल के सामने बड़ी संख्या में अभिभावकों ने स्कूल फीस भुगतान करने की मांग को लेकर नारेबाजी की. मामला बढ़ता देख शिवाजीनगर पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद मामला शांत हुआ। अभिभावकों का कहना है कि पिछले साल जबसे कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद है तब से गुरुकुल स्कूल ऑन लाइन पढ़ाई मुहैया नहीं करवा पा रही है. उनके बच्चों को पढ़ाई में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि गुरुकुल ग्रैंड यूनियन हाई स्कूल अंबरनाथ (पूर्व) के मोहनपुरम क्षेत्र में एक अंग्रेजी माध्यम का स्कूल है।
प्रशासन के रुख से पेरेंटस में गुस्सा
पिछले कुछ दिनों से स्कूल प्रशासन ने छात्रों को मोबाइल फोन और मैसेज के जरिए स्कूल फीस भुगतान को लेकर फॉलो करना शुरू कर दिया था। फीस को लेकर स्कूल प्रशासन के रुख से अभिभावक आक्रोशित हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते छात्रों की पढ़ाई अधूरी रह गई है, स्कूल ने ऑनलाइन शिक्षा देने की कोशिश की लेकिन उसे भी अधूरा ही दिया गया है। जिसमें अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए लैपटॉप, टैब, मोबाइल फोन खरीदना पड़ा. अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने लॉकडाउन के कारण रोजगार, नौकरी और व्यवसाय में नुकसान होने के बावजूद भारी भरकम फीस की मांग की लेकिन ऑनलाइन शिक्षा देने में नाकाम साबित हुआ है।
नारेबाजी की ,कोर्ट जाने की दी चेतावनी
स्कूल प्रशासन और अभिभावकों के बीच हुए विवाद के बाद फीस माफ करने की मांग को लेकर सैकड़ों अभिभावकों ने स्कूल के सामने नारेबाजी की। अभिभावकों ने फीस माफ नहीं करने पर कोर्ट जाने की चेतावनी भी दी है। इस बारे में पूछे जाने पर ग्रैंड गुरुकुल यूनियन हाई स्कूल के निदेशक एस.टी. शिंदे ने कहा, ''माता-पिता ने हमें फीस माफी का प्रस्ताव भेजा है। हम प्रस्ताव सरकार को भेजेंगे। अगला फैसला इस बात पर निर्भर करता है कि सरकार क्या सुझाव देगी।'' अभी तक सरकार ने फीस माफी को लेकर स्कूलों को कोई दिशा निर्देश नहीं दिया है