नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप धीरे-धीरे कम होने लगा है और नए मामलों में बड़ी कमी आ रही है। इस बीच एक अच्छी खबर आई है। वैज्ञानिक ऐसी ‘सुपर वैक्सीन’ तैयार करने के करीब हैं, जो कोरोना के कारण पैदा होने वाली भविष्य की सभी महामारियों से बचा सकती है।
टीके का चूहों पर सफल ट्रायल
टीके को अमेरिका की नॉर्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी ने तैयार किया है। यूनिवर्सिटी के अध्ययन को साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इसमें वैज्ञानिकों की इस खोज को दूसरी पीढ़ी का टीका बताया गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह टीका न सिर्फ कोविड-19 बल्कि कोरोना वायरस फैमिली के सभी खतरनाक वायरस से लड़ने में मदद करता है। जिन चूहों पर इसका परीक्षण किया गया, वे सार्स-कोव और कोरोना के दूसरे वेरिएंट से पीड़ित थे। चूहों पर किए गए परीक्षण में टीके ने कई ऐसी एंटीबॉडी बनाई हैं, जो स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ भी कारगर हैं। साउथ अफ्रीका में मिले बी.1.351 वैरिएंट पर भी इस टीके ने काफी प्रभावी असर दिखाया है।वैज्ञानिकों ने अगले साल तक इंसानों पर इसके परीक्षण की उम्मीद जताई है। यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना वायरस का कोई भी नया रूप भविष्य में नई महामारी को जन्म दे सकता है। इस तरह के खतरे को रोकने के लिए ही उन्होंने इस टीके बनाया है।
तेजी से फैल रहा है डेल्टा+ वैरियंट
कोविड-19 का नया वैरिएंट डेल्टा प्लस (Covid-19 Delta Plus Variant) अपने पैर पसारने लगा है। देश के 8 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के करीब 40 मामले सामने आ चुके हैं। यह 8 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों तक पहुंच चुका है। रिपोर्ट के अनुसार, डेल्टा प्लस वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं और अब तक 21 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश में छह, केरल और तमिलनाडु में तीन-तीन, कर्नाटक में दो और पंजाब, आंध्र प्रदेश और जम्मू में एक-एक मामले सामने आए हैं।