नागपुर.महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के नागपुर के सिविल लाइन स्थित घर पर ईडी ने छापा मारा है। चार बड़े अधिकारी इस छापे में शामिल हैं। सुबह 8 बजे से छापे की कार्रवाई शुरू है। छापे की कार्रवाई के दौरान घर के बाहर सीआरपीएफ पुलिस का कड़क बंदोबस्त है। इस बीच अनिल देशमुख के घर के बाहर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अनिल देशमुख घर पर नहीं है। 100 करोड़ वसूली प्रकरण में यह छापा मारा गया है। इससे पहले डीसीपी राजू भुजबल का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया था। ईडी ने इस मामले में यूपी ATS से मामले से जुड़ी FIR की डिटेल और तमाम डॉक्यूमेंट्स भी हाल ही में मांगे थे। इससे एक महीने पहले CBI ने अनिल देशमुख के घर पर छापेमारी की थी।महीने भर के अंदर अनिल देशमुख के घर दूसरी बार छापेमारी हुई है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि बात यहीं तक नहीं रूकेगी अब कैबिनेट मंत्री अनिल परब पर भी कार्रवाई होगी।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि केंद्र सरकार, सीबीआई और ईडी को राजनीति के तहत इस्तेमाल कर रही है। जहां देश को नुकसान है, वहां जांच एजेंसियों को लगाया जाए। लेकिन यहां देखने को मिल रहा है कि राजनीति के तहत ये हो रहा है। कल भी बीजेपी ने अजित पवार और अनिल परब पर कार्रवाई की बात की।
क्या है मामला
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया था कि तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एंटीलिया और मनसुख केस में आरोपी तत्कालीन पुलिस अफसर सचिन वझे को संरक्षण दिया था। इतना ही नहीं सिंह का आरोप था कि देशमुख ने वझे को मुंबई से 100 करोड़ रुपए हर महीने वसूली करने के लिए भी कहा था।इतना ही नहीं उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इस केस में सीबीआई जांच की मांग की थी।हाईकोर्ट से अनुमति के बाद सीबीआई इस मामले में जांच कर रही है। सीबीआई ने अप्रैल में भ्रष्टाचार के आरोप में देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। अनिल देशमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वे एनसीपी कोटे से महाराष्ट्र सरकार में मंत्री थे।