मुंबई. मनी लाड्रिंग का आरोप झेल रहे महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुसीबत आज उस समय और बढ़ गई जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को अनिल देशमुख और उनके परिवार की 4.2 करोड़ रुपए की संपत्ति को कुर्क (अटैच) कर लिया। इसमें नागपुर का एक फ्लैट और पनवेल की एक जमीन शामिल है।
क्या है मामला
तीन बार बुलाने के बावजूद देशमुख अभी तक ED के सामने पेश नहीं हुए हैं। हर बार उन्होंने कोरोना संक्रमण का खतरा और अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए पेशी से छूट मांगी है। पूर्व मंत्री ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर ईडी द्वारा किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई के खिलाफ संरक्षण की मांग की थी। केंद्रीय एजेंसी ने उनके बेटे ऋषिकेश और पत्नी को भी समन किया था लेकिन उन्होंने भी बयान दर्ज कराने से इनकार कर दिया। ED ने कुछ दिन पहले देशमुख के पीए संजीव पलांडे और पीएस कुंदन शिंदे को अरेस्ट किया था, दोनों फिलहाल केंद्रीय एजेंसी की कस्टडी में हैं।