महाराष्ट्रखबर टीम/ मुंबई. राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश से कई शहरों में बाढ़ आ गई है और कई इलाकों में पानी भर गया है।जिसके बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश के कारण रत्नागिरी, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग जिलों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए आपात बैठक की। सीएम ने बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए अतिरिक्त बोट और हेलिकॉप्टर की मदद लेने का निर्देश भी दिया। सीएमो के मुताबिक सीएम ने आपदा प्रबंधन इकाइयों और संबंधित विभागों को सतर्क रहने और बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है।
बारिश का सबसे ज्यादा नुकसान रत्नागिरी जिले में देख गया है। भारी बारिश से यहां नदियों और डेम के उफान पर होने से चिपलून शहर बाढ़ के पानी में डूब गया है। रेलवे ट्रैक से लेकर बस स्टैंड, घरों और सड़कों में पानी लबालब भरा हुआ है। कारें और इमारतें जलमग्न हो गईं हैं। रायगढ़ में सावित्री और आंबा नदियों में बाढ़ आ गई है। काल नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है।रत्नागिरी जिले के कुछ हिस्से आंशिक रूप से पानी में डूब गए हैं। यहां बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की दो और टीमों को लगाया गया है। इधर मुंबई समेत ठाणे जिले में भारी बारिश जारी है। रायगढ़ जिले के महाड, पोलादपुर और पाली-सुधागढ़ तालुकों में बढ़ आ गई है। आंबा नदी में बाढ़ के कारण जम्बुलपाड़ा, भैरव और पाली के महत्वपूर्ण पुल जलमग्न हो गए हैं। रत्नागिरी जिले में पेंडेरी मार्ग पर लैंड स्लाइड हुआ है।
विदर्भ: पूरे विदर्भ में भारी बारिश हो रही है। नागपुर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। यवतमाल जिले में तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद सहत्रकुंड जलप्रपात का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है।अमरावती के चांदूर बाजार तालुका में विश्रोली बांध के तीन गेट खोल दिए गए हैं। वर्धा जिले में अरवी-वर्धमानेरी मार्ग तीन घंटे तक जाम रहा। समुद्रपुर तालुका में लाल नाला बांध के आठ गेट खोल दिए गए हैं। अकोला में अकोला में महज तीन से चार घंटा बारिश ने जिले के लगभग सभी नदी नालों को लबालब भर दिया है। करीब 2000 घर डूब गए हैं। जान माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
मराठवाड़ा : औरंगाबाद, नांदेड़, लातूर, परभणी, हिंगोली, जालना में भारी बारिश जारी है। कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। कुछ शहरों में बाढ़ जैसे हालात हैं जिससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
क्या है वजह
मुंबई क्षेत्रीय मौसम विभाग के अधिकारी जयंता सरकार के मुताबिक, दक्षिण गुजरात से कर्नाटक तक एक कम दबाव का क्षेत्र चल रहा है। इसलिए कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र में भी अगले पांच दिनों तक मूसलाधार से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार 23 जुलाई को भी कोंकण और गोवा में कई जगहों पर अति से अत्याधिक बरसात हो सकती है, इसके अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, में भारी से बहुत भारी और पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, पूर्वी राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश और तटीय आंतरिक कर्नाटक में भारी बरसात का अनुमान है।