राष्ट्रपति कोविंद की चार दिवसीय जम्मू -- कश्मीर और लद्दाख यात्रा
अरविन्द तिवारी. श्रीनगर . महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने चार दिवसीय केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दौरे के क्रम में सोमवार को करगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर करगिल युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये लद्दाख के द्रास पहुंचे।
इस दौरान महामहिम के साथ चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी मौजूद थे।बताते चलें कि इससे पहले वर्ष 2019 में खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति कारगिल विजय दिवस में हिस्सा लेने के लिये द्रास नहीं जा पाये थे और इसकी जगह उन्होंने यहां बादामी बाग क्षेत्र स्थित सेना की 15वीं कोर के मुख्यालय में युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी थी।
इसके पश्चात राष्ट्रपति मंगलवार को श्रीनगर में कश्मीर विश्वविद्यालय के 19वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे , इस दौरान वे 84 विद्यार्थियों को मेडल और डिग्रियां बांटेंगे। इस कार्यक्रम में उनके साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कश्मीर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो० तलत अहमद भी मौजूद रहेंगे। सभी कार्यक्रमों की समाप्ति के पश्चात राष्ट्रपति बुधवार को दिल्ली लौट जायेंगे। उनके अन्य कार्यक्रमों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि वे श्रीनगर के कुछ पर्यटक स्थलों पर भी जा सकते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस की सुरक्षा शाखा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसडी सिंह जम्वाल ने दौरे तक पुलिस कर्मियों के छुट्टी पहले से ही रद्द की हुई है।महामहिम की दौरे को लेकर सभी स्थलों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उनका जम्मू कश्मीर दौरा सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से काफी अहम है।
केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को काफी मजबूत कर दिया गया है। एयरपोर्ट से लेकर उनके कार्यक्रम स्थलों तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। सभी प्रमुख नाकों पर चेकिंग तेज कर दी गई है। इसके साथ ही कई इलाकों में उनके दौरे को देखते हुये कुछ समय के लिये यातायात भी प्रतिबंधित किया जायेगा।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति के दौरे के लिये सुरक्षा इंतजामों के तहत राजभवन (जहां राष्ट्रपति ठहरेंगे) जाने वाले दो मार्गों सहित शहर के कुछ इलाकों में यातायात को रविवार से बुधवार तक के लिये दूसरे मार्गों पर परिवर्तन किया गया है।