ब्यूरो.वाराणसी . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बनारस के तो रोम- रोम से गीत- संगीत और कला झरती है। यहां गंगा के घाटों पर कितनी ही कलायें विकसित हुई हैं , ज्ञान शिखर तक पहुंचा है और मानवता से जुड़े कितने गंभीर चिंतन हुये हैं। इसीलिये बनारस गीत-संगीत का , धर्म-आध्यात्म का और ज्ञान-विज्ञान का एक बहुत बड़ा ग्लोबल सेंटर बन सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के उद्घाटन पश्चात जनता को संबोधित करते हुए आगे कहा कि काशी के बारे में कहते हैं कि बाबा की नगरी कभी थमती नहीं , यह एक बार फिर सिद्ध हो गया है। कोरोना काल में भी बनारस में सृजन और विकास की धारा बहती रही। काशी तो साक्षात् शिव ही है। अब जब पिछले सात सालों में इतनी सारी विकास परियोजनाओं से काशी का श्रृंगार हो रहा है , तो ये श्रृंगार बिना रुद्राक्ष के कैसे पूरा हो सकता था ? अब जब ये रुद्राक्ष काशी ने धारण कर लिया है , तो काशी का विकास और ज्यादा चमकेगा और काशी की शोभा पहले से ज्यादा बढ़ेगी।
क्या है रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर जापान और भारत के बीच दोस्ती का प्रतीक है। वर्ष 2015 में तत्कालीन जापान के प्रधानंत्री शिंजो आबे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी नींव रखी थी। यह शिवलिंग के आकार में बनाया गया है। रुद्राक्ष कन्वेंशन की डिजाइन जापान की कंपनी ओरिएंटल कंसल्टेंट ग्लोबल ने किया है। निर्माण का काम भी जापान की ही फुजिता कारपोरेशन कंपनी ने किया है। सेंटर को सांस्कृतिक व आधुनिक समागम के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। कुल 186 करोड़ रुपये की लागत से तैयार सेंटर शिवलिंग के आकार में निर्मित स्वयं में एक अद्वितीय कन्वेंशन सेंटर है। इसमें जापानी और भारतीय दोनों ही प्रकार की वास्तु शैलियों का संगम दिखता है। यहां बड़े म्यूजिक कॉन्सर्ट, कांफ्रेंस, नाटक हो सकेंगे और प्रदर्शनियां भी लगेंगी। सेंटर में एक साथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। हॉल को लोगों की संख्या के अनुरूप दो हिस्सों में विभाजित करने की व्यवस्था की गई है। यह सेंटर पूर्णतया वातानुकूलित है ,बड़े हॉल के अलावा 150 लोगों की क्षमता वाला एक मीटिंग हॉल है। इसके अतिरिक्त यहां एक वीआईपी कक्ष , चार ग्रीन रूम का निर्माण कराया गया है। दिव्यांगजनों की सुविधा की दृष्टि से पूरे परिसर को सुविधाजनक बनाया गया है। सेंटर के बाहर एल्युमिनियम के 108 सांकेतिक रुद्राक्ष लगाये गये हैं। तीन एकड़ में तैयार कन्वेंशन सेंटर परिसर में जापानी शैली का गार्डन व लैंडस्केपिंग भी की गई है। बेसमेंट में 120 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से सेंटर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं , विद्युत आपूर्ति के लिए बिजली कनेक्शन के साथ-साथ सौर ऊर्जा का भी प्रबंध किया गया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग आठ माह पश्चात आज वायुसेना के विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे , जहाँ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , मंत्री आशुतोष टंडन और राधामोहन सिंह समेत कई नेताओं ने उनकी आगवानी की।जिसके बाद पीएम हेलीकॉप्टर से बीएचयू के आईआईटी टेक्नो ग्राउंड पहुंचे। जहां पीएम ने 744.02 करोड़ की 78 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 838.91 करोड़ लागत वाली 206 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।