नई दिल्ली. प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में बुधवार को विस्तार और फेरबदल किया गया। इसमें 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है, जबकि सात वर्तमान राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आदेश के बाद सबसे पहले नारायण तातु राणे ने गोपनीयता की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों के पोर्टफोलियो का भी बंटवारा किया गया। अमित शाह को सहकारिता मंत्री बनाया गया है, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय मिला है। वहीं, मनसुख मंडाविया देश के नए स्वास्थ्य मंत्री होंगे।
महाराष्ट्र में बीजेपी को 4 बड़े फायदे
महाराष्ट्र से राणे को मौका देकर बीजेपी ने बड़ा दांव खेला है। नारायण राणे को अमित शाह का करीबी माना जाता है। राणे को मंत्रिमंडल में शामिल कर बीजेपी ने शिवसेना को कड़ी टक्कर दी है.....
- BMC का अगले साल चुनाव होना है। बीते 26 सालों से मुंबई में बीएमसी पर शिवसेना की सत्ता है। इस बार भाजपा ने शिवसेना को BMC से उखाड़ फेंकने की बात कही है। इसके लिए अतुल भातखलकर जैसे मराठा नेता को जिम्मेदारी भी दी गई है। ऐसे में अगर नारायण राणे को मंत्री बनाया तो यह बीजेपी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
- राणे का कोंकण इलाके में अच्छा प्रभाव माना जाता है। भाजपा यहां शुरू से कमजोर रही है, यही वजह है कि साथ चुनाव लड़ने के दौरान यहां की ज्यादातर सीटों पर शिवसेना के उम्मीदवार ही उतारे जाते थे। राणे के भाजपा में आने से कोंकण भाजपा के लिए एक मजबूत गढ़ बन चुका है।
- बीजेपी, राणे के जरिये मराठा युवाओं को भी अपनी तरफ आकर्षित करना चाहती है। मराठा आरक्षण के लिए राणे की अध्यक्षता वाली समिति ने ही सिफारिश की थी।
- राज्य से जातीय समीकरण साधने के लिए डॉ. भारती पवार, कपिल पाटिल और भगवत करद को भी जगह दी गई है।