महापौर प्रत्याशी पढ़ा लिखा है तो क्या ‘मेयर इन कौंसिल’ में भी इंजीनियर, डॉक्टर दिखाई दिखेंगे
- इंदौर मेयर के नेतृत्व के साथ ही एमआईसी भी पढी लिखा होगी, ताकि शहर विकास को तेज रफ्तार मिले।
सिटी टुडे। इंदौर शहर में जिस तेजी से विकास कार्य किया जा रहा है, उसे आगे भी बरकरार रखा जाएगा क्या...? जनता की गाढ़ी कमाई को बार-बार होने वाली खुदाई से निजात मिल पाएगी क्या...? सड़क बनाने के बाद नर्मदा लाइन, गैस लाइन व अन्य लाइनों के नाम खुदाई कर सत्यानाश कर दिया जाता है...? ऐसे में अब शहर की जनता बढ़ी उम्मीद से देख रही है कि शहर में कोई शिक्षित व्यक्ति आए, जो शहर के विकास का ‘मास्टर प्लान’ तैयार कर काम करें, ताकि पैसों की बर्बाद न हो...। ऐसे में जब महापौर प्रत्याशी पढ़ा लिखा है तो अब सवाल उठना शुरू हो गए है कि क्या ‘मैयर इन कौंसिल’ एमआईसी सदस्यों में इंजीनियर, डॉक्टर, सीए, प्रोफेसर जैसे शिक्षित सदस्यों को मौका मिलेगा क्या...? क्योंकि ये शहर विकास में महत्वपूर्ण रोल अदा कर सकते हैं। अब जरूरत है इस दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाने की। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने एक पढ़ा लिखा उम्मीदवार जो पैशा से वकील पुष्यमित्र भार्गव को जनता के सामने प्रत्याशी के रूप में भेजा है। ऐसे में क्या अब पार्टी टिकिट वितरण में जनकार्य, विद्युत, जलयंत्रालय में इंजीनियर एवं स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर और राजस्व विभाग में सीए या शाला प्रकोष्ठ में कोई प्रोफेसर जैसे शिक्षिक को महत्व देगी...?
शहर की जनता सुनियोजित चाहती है विकास
महापौर के रूप में उच्च शिक्षित को टिकिट देकर चुनाव जीत लिया है तो ये राह अभी आसान नहीं है...। सबसे बड़ी बात ये है कि इंदौर नगर निगम इतनी बड़ी है और यहां का विकास सबसे महत्वपूर्ण है। शहर की जनता अच्छा ओर ‘सुनियोजित’ विकास चाहती है तो उसके लिए जरूरी है कि इंजीनियर, डॉक्टर, सीए, प्रोफेसर, एडवोकेट सहित अन्य का मौका देना चाहिए, ताकि उन्हें एमआईसी में मौका मिले और शहरहित में अच्छे निर्णय बेहतर ‘विजन’ के साथ लिए जाए। इससे महापौर को भी काम करने में आसानी होगी और काफी हद तक भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा।
..तो महापौर को मिलेगी ताकत
अब जरूरी है कि नगर भाजपा ऐसे उम्मीदवारों को पार्षदों का टिकिट दे, जिससे शहर विकास को गति मिले। क्योंकि जिस प्रकार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने महत्वपूर्ण विभाग केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी, राजनाथ सिंह, हरदीपसिंह पुरी (रिटायर्ड आईएएस) पीयूष गोयल, निर्मला सितारमण सहित अन्य को सौपे है। सभी बारीकी नजर रखने वालों को मौका दिया गया, जिससे देश का विकास तेज गति से दौड़ा रहा है। अब इंदौर नगर निगम की एमआईसी में क्या पढ़े लिखे को मौका मिलेगा...? अगर ये किया जाता है तो महापौर को भी ताकत मिलेगा। अब देखना ये है कि पार्टी क्या निर्णय लेती है और किन लोगों को 85 वार्डों में उम्मीदवार घोषित करती है।