सिटी टुडे। परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा ने कहा पुलिस और परिवहन विभाग जुड़े हैं सीधे जनता से, कार्यप्रणाली में जरूर अंतर कार्यभार संभालने के बाद मुख्यालय बैठक लेकर दिए अधिकारियों को निर्देश। परिवहन विभाग सीधा जनता से जुड़ा है जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विभाग की कार्यप्रणाली को और अधिक कैसे मजबूत बनाया जाए, विभाग में आने वाली शिकायतों में कैसे गिरावट आए, सीमित संसाधनों व कम स्टाफ, वर्तमान कार्यप्रणाली को सुधारने की चुनौती पिछले 9 महीने से गिरती राजस्व वसूली को स्वीकारते हुए श्री झा ने कहा मेरे लिए यह सौभाग्य है आम जनता से जुड़ा यह विभाग के माध्यम से मुझे शासन ने जनता की सेवा के लिए मौका दिया है। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्री अरविंद सक्सैना भी उपस्थित थे।
बैठक के बाद पत्रकारों के साथ चर्चा करते हुए श्री झा ने कहा प्रदेश में मोटर व्हीकल एक्ट के तहत अब सड़क पर दौड़ने वाले यात्री एवं माल वाहनों स्कूल वाहनों की चेकिंग विशेष अभियान के साथ-साथ निरंतर जारी रखते हुए विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को मोटर व्हीकल एक्ट का पालन करवाने का लक्ष्य दिया जाएगा जिससे प्रदेश में दुर्घटनाओं में कमी होने के साथ राजस्व वसूली भी अधिक होगी।पदभार ग्रहण करते ही पिछले 6 महीने से लंबित धरातल पर शुरू करने के इंतजार कर रही वाहन पोर्टल को दूसरे दिन ही शुरु कर दिया।
प्रदेश में अवैध परिवहन तथा ओवरलोड वाहनों पर नियमो का पालन करवाने के लिए वाहन स्वामियों अधिकृत संगठनों से चर्चा कर सहयोग मांगा जाएगा। केंद्र सरकार मे रहते सीमा शस्र सुरक्षा बल, नारकोटिक्स विभाग में चुनौतियों का सफलता से सामना करने वाले श्री झा ने आई जी चंबल रहते हुए डकैत समस्या कम कर उनके कार्यकाल में चंबल संभाग में अपराधों में गिरावट आई थी। श्री झा की कार्यप्रणाली स्वच्छ एवं पारदर्शी अधीनस्थ कर्मचारियों अधिकारियों का मनोबल बढ़ा कर शासन हित में कार्य करवाने की प्रशंसा सरकार ही नहीं कर्मचारी अधिकारी संगठन आम जनता भी करती है।
श्री झा के लिए एक चुनौती यह भी
पिछले 1 साल से विवादित कार्यप्रणाली भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पूर्व आयुक्त मुकेश जैन के गुर्गो द्वारा अवैध वसूली के उद्देश्य से विभाग के ही अधिकारी कर्मचारियों की शिकायतें करवाने व इसके साथ ही अवैध परिवहन, ओवरलोड वाहनों को संचालित करवाने का ठेका लेने वाले नागपुर से दिल्ली तक तथाकथित यूनियन नेताओं के द्वारा समानांतर विभाग चला अधिकारी कर्मचारियों का मनोबल गिरा कर राजस्व को प्रभावित करने वालो से भी निपटना एक चुनौती है।ज्ञात हो कि पिछले 1 साल से विभाग के अधिकारी कर्मचारियों झूठी मनगढ़ंत शिकायतें करवा कर पूर्व मुखिया ने विभाग की आय को भी कम करने के साथ ही अधिकारी कर्मचारियों का मनोबल गिरा कर विभाग की छवि को अपने गुर्गों के माध्यम से प्रदूषित किया था। विभाग से जुड़े विश्वनीय सूत्र तो केंद्रीयमंत्री नितिन गडकरी के कथित पत्र के पीछे शासन को बदनाम करने के षड्यंत्र के पीछे इसी फितरती दिमाग की कार्य योजना बताते हैं।