मुंबई .सुपारी तस्करी घोटाला में सीबीआई ने मुंबई, नागपुर और अहमदाबाद में 19 स्थानों पर आज छापेमारी की और आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण तथा अन्य लेख जब्त किए। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। बॉम्बे हाईकोर्ट के नागपुर बेंच के आदेश के अनुसरण में कस्टम हाउस एजेंटों, आयात करने वाली फर्मों के मालिकों तथा साझेदारों सहित कई परिसरों पर छापे मारे गए ।
अदालत का यह आदेश डॉक्टर महबूब एम.के. चिंतनवाला के उस मामले पर आया जिसमें उन्होंने घटिया, असुरक्षित और अनुपयुक्त सुपारी की तस्करी के एक बड़े घोटाले पर प्रकाश डाला था। जिससे सरकार को भारी नुकसान हुआ था। सीबीआई ने कहा कि छापेमारी अभी भी जारी है।
ऐसे की जालसाजी, सरकार को लगाया करोड़ों का चूना
जांच के अनुसार, सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से बेईमान व्यापारियों ने फर्जी दस्तावेजों, मूल प्रमाणपत्रों, फर्जी या कम मूल्य वाले बिलों और चालानों के आधार पर साफ्टा-सार्क देशों से सामान आयात करने का दावा किया। जाली सीमा शुल्क निकासी प्रमाणपत्र के कारण सरकार को सालाना लगभग 15,000 करोड़ रुपए कस्टडी ड्यूटी का नुकसान हुआ।
खतरनाक सुपारी से लदे 23 वैगन नागपुर में मिले थे
जून 2016 में, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तस्करी कर लाए गए घटिया और खतरनाक सुपारी से लदे 23 वैगन नागपुर इतवारी स्टेशन पर पाए गए। लेकिन मामले की ठीक से जांच नहीं की गई। एक साल बाद, राजस्व खुफिया विभाग की जांच ने लगभग 698 टन सुपारी की तस्करी के चार मामलों का खुलासा किया। इन मामलों से साफ हुआ कि सुपारी भारत-म्यांमार सीमा के माध्यम से तस्करी कर नागपुर और गोंदिया लाई गई थी।