शांतनु शर्मा. नागपुर. अगर कोई आपसे कहे कि आपके चलने से बिजली बनेगी तो यह बात थोड़ी अटपटी लगेगी। लेकिन नागपुर के इंजीनिरिंग के छात्रों ने ऐसा संभव कर दिखाया है। इन छात्रों ने फुटस्टेप पावर जनरेशन टेक्नालाजी की एक नई तकनीक विकसित की है जिसके तहत चलने, दौड़ने और टहलने से पैदा हुई एनर्जी को किया जाता है। जिसका प्रयोग स्टीट लाइट, टफिक लाइट, खेतों में बिजली उपकरणों को चलाने तथा किसी भी डिवाइस को चार्ज करने में किया जा सकता है। रिर्सचर सोम्यजीत का कहना है कि इस तकनीक के प्रचलन में आने के बाद बिजली संकट से राहत मिलेगी और बिजली की बचत होगी।
160 कदम से बनेगी 11.5 वॉट बिजली
रिसर्च में यह बात सामने आई है कि 160 कदम पैदल चलने से 11.5 वाट तक बिजली पैदा की जा सकती है।जबकि एक स्मार्ट फोन को चार्ज करने के लिए सिर्फ 2 वाट बिजली लगती है।
पॉवर हंप से ऐसे बन जाएगी बिजली
- रेलवे प्लेटफार्म, माल आदि स्थानों पर पावर हंप लगाया जाएगा।
- इस हंप में एक प्रेशर बार होगा जिसमें स्प्रिंग लगे होंगे।
- पैदल चलने से जो दबाव पड़ेगा, उससे स्प्रिंग नीचे जाएगा।
- इससे जुड़ा डायनामो कायनेटिक एनर्जी को इलेक्टिक एनर्जी में बदलेगा।
- यहां बैटरी इलेक्टिक एनर्जी को स्टोर करेगी जो बाद में एक पावर बैंक का काम करेगी।
- बैटरी से सिंगल फेस इनवरटर जुड़ा रहेगा जिससे 230 वाट बिजली मिलती रहेगी।
सोलर पैनल से सोलर एनर्जी भी इलेक्टिक एनर्जी में तब्दील हो जाएगी।