नई दिल्ली. विपक्ष के भारी विरोध के चलते मानसून सत्र के पहले ही दिन संसद नहीं चल सकी। दोनों सदनों में खूब हंगामा हुआ। जिसके चलते मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
लोकसभा : विपक्षी दलों के हंगामे के कारण प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में अपने मंत्रिमंडल के नए सदस्यों का परिचय भी नहीं करवा पाए। सत्र के पहले ही दिन दोनों सदनों में स्पाईवेयर पेगासस के जरिये जासूसी का मुद्दा उठा। विपक्ष ने इस पर खूब हंगामा किया।
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेगासस फोन टैपिंग पर लोकसभा में बयान देते हुए कहा कि कहा कि फोन टैपिंग से जासूसी के आरोप गलत हैं।सत्र से ठीक एक दिन पहले रिपोर्ट का आना कोई संयोग नहीं है। यह साजिश है। लीक डेटा का जासूसी से कोई लेना - देना नहीं है। फोन टैपिंग को लेकर सरकार के नियम बेहद सख्त हैं।
इससे पहले कांग्रेस, टीएमसी, बसपा और अकाली दल के सांसदों ने कोविड, महंगाई, किसान आंदोलन और अन्य मुद्दों पर नारेबाजी की और सदन के वेल में पहुंच गए। जिसके कारण प्रधानमंत्री मोदी सरकार के नए मंत्रियों का सदन में परिचय नहीं करा पाए। हंगामे के बाद लोकसभा को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा : यहां भी अभिनेता दिलीप कुमार और खिलाड़ी मिल्खा सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद स्पाईवेयर पेगासस के मामले पर खूब हंगामा हुआ।
जिसके बाद सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी। फिर हंगामे के बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। संसद सत्र के एक दिन पहले ही पेगासस स्पाईवेयर के जरिये फोन हैकिंग के मामले ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है। सरकार संसद सत्र के दौरान करीब 30 विधेयकों को पारित कराने की कोशिश करेगी, इनमें इलेक्ट्रिसिटी एमेंडमेंट बिल जैसे महत्वपूर्ण विधेयक भी हैं।