आज सुरों के बेताज बादशाह मोहम्मद रफी की पुण्यतिथि है। रफी का जन्म 24 दिसंबर 1924 को हुआ था और 31 जुलाई 1980 को उनका निधन हो गया। आइए जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें…
- रफी साहब बहुत दयालु इंसान थे। वो कभी पैसे को महत्व नहीं देते थे। संगीतकारों से कभी नहीं पूछते थे कि उन्हें गाने के लिए कितना पैसा मिलेगा। कभी-कभी तो उन्होंने 1 रूपए लेकर भी गाना गाया है।
- ‘ओ दुनिया के रखवाले’ इस गाने को गाते समय रफी के मुंह से खून निकल आया था। इसके बाद रफी साहब कई दिनों तक गा नहीं पाए थे।
- ‘बाबुल की दुआएं लेती जा..’ इस गाने को गाते-गाते रफी रो पड़े थे क्योंकि एक दिन पहले ही उनकी बेटी की सगाई हुई थी। फिर भी उन्होंने ये गाना गाया और इसके लिए उन्हें नेशनल अवार्ड मिला।
- मोहम्मद रफी का आखिरी गीत फिल्म 'आस पास' के लिए था, जो उन्होंने लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के लिए अपने निधन से ठीक दो दिन पहले रिकॉर्ड किया था, गीत के बोल थे - 'शाम फिर क्यों उदास है दोस्त'.