08 साल की उम्र में पहुंची थी गीता गलती से पाकिस्तान। तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज लाई थी गीता को वापस भारत। कुछ समय तक इंदौर में एक मुक बधीर संस्थान में रही गीता। मध्यप्रदेश रेलवे पुलिस ने गीता के परिजनों को गीता के संकेतों के आधार पर ढूंढा। मध्यप्रदेश रेलवे की वजह से मिली परिवार को गीता। गीता और उसका परिवार रेलवे पुलिस का धन्यवाद करने पहुंचा भोपाल।गीता ने मां को गले लगाया और सभी का दिया धन्यवाद।
गीता के इंटरप्रेटर ने मीडिया के सामने रखी गीता की बाते। गीता बनना चाहती है मूकबधिर बच्चों की टीचर। गीता के कहने पर पाकिस्तान में बनवाया गया था पूजा करने के लिए मंदिर।गीता ने मध्यप्रदेश रेलवे के आईजी और एसपी हितेश चौधरी और अन्य अधिकारियों को सैल्यूट करते हुए दिया धन्यवाद पत्र।
महाराष्ट्र के परभड़ी की रहने वाली है गीता सचखंड एक्सप्रेस से पहुंची गीता अमृतसर फिर वहां से पहुंची थी समझौता एक्सप्रेस से पाकिस्तान।