Editor: Gutthitimes_ Poonam choukikar _मंडीदीप
दीक्षा दिवस समारोह में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
200 से अधिक लोगों को किया स्वल्पाहार वितरण मंडीदीप , 11 अगस्त, 2024
मंडीदीप : 'दुनिया की समस्त नदियां सागर में जाकर समाहित हो जाती हैं, किंतु विद्यासागर दुनिया का एकमात्र ऐसा सागर हैं, जिनसे अनेकों नदियों की धारा प्रवाहित हुई।' यह बात
नगर के गणेश चौक स्थित संत निवास में एक धर्मसभा के दौरान आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 निराकुल सागर जी मुनिराज ने अपने प्रवचनों के दौरान कही।
कार्यक्रम के दौरान श्रावकों ने मुनि श्री का अवतरण दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया। वहीं संघस्थ क्षुल्लक श्री 105 तत्वार्थ सागर जी महाराज का तीसरा दीक्षा दिवस समारोह भी भक्तिमय अंदाज में मनाया गया। इस अवसर पर जैन संतों के गृहस्थ जीवन के कई परिजनों समेत बाहर से श्रद्धालुओं ने आकर मुनि संघ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
शनिवार को आयोजित दीक्षा दिवस समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व चित्र अनावरण के साथ हुआ।
इस अवसर पर एच.ई.जी. कंपनी के सामने विनोद जैन (आरएनजी) के सहयोग से इटारसी जैन समाज द्वारा 200 से अधिक लोगों को निःशुल्क स्वल्पाहार वितरण किया गया!
चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष अर्पित जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि पूज्य मुनि श्री निराकुल सागर जी को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य क्षुल्लक श्री 105 तत्वार्थ सागर जी के गृहस्थ जीवन की धर्मपत्नी को प्राप्त हुआ। वहीं क्षुल्लक जी को उनकी गृहस्थ जीवन की बहन ने शास्त्र भेंट किया।
अहरदान का सौभाग्य नाथूराम निखिल जैन दाहोद परिवार को मिला। तो वहीं पाद प्रक्षालन का सौभाग्य पहाड़िया परिवार को प्राप्त हुआ।
इससे पूर्व मुनि श्री निराकुल सागर जी मुनिराज ने केंशलोच किया। इस अवसर पर स्थानीय समाज समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।